
पंकज मास्टर (जिला रिपोर्टर-वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़)
रेवती-बलिया ll स्थानीय थाना क्षेत्र रेवती के दलछपरा गांव के निवासी सैनिक दीपक यादव (30) के पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार गंगापुर घाट पर शनिवार सुबह 11:00 बजे संपन्न किया गया l उनके बड़े भाई आशुतोष यादव ने दीपक के आठ माह के बेटे दिव्यांश को गोद में लेकर मुखाग्नि दिलायी।यह दृश्य देख वहा सभी लोगो की आंखे नम हो गयी। दीपक की पोस्टिंग राजस्थान के सूरतगढ़ में थी l
बीते दो अप्रैल को यूनिट से दीपक की मृत्यू की सूचना मिलने के बाद उसकी पत्नी गोल्डी आठ माह के बेटे दिव्यांश के साथ सुरतगढ़ (राजस्थान) पहुंची।वहा उसके साथ बड़ा भाई आशुतोष यादव, दुर्गेश यादव तथा छोटा भाई अमरनाथ यादव भी पहुँचे l सैनिक अन्य भाई भी सेना (आर्मी) में है l
वहा औनपचारिकता पूरी करने के बाद एबुलेंस से शव लेकर देर शाम घर पहुंचे। सैनी का शौक पहुंचने ही लोग भारत माता की जय तथा दीपक यादव अमर रहे का जय जयकार करने लगे l
परिजनों ने सेना पर गंभीर आरोप भी लगाया……
बीते सितम्बर माह से ही पीने खाने की बात को लेकर यूनिट के मेजर हवलदार रंजीत व नायक एनए अजीत तथा मेजर पंकज और दीपक के बीच अनबन चल रहा था।दीपक के भाई आशुतोष और पत्नी गोल्डी ने बताया कि कुछ विडियो पति के पास था।यही अदावत की वजह बना।पूरे मामले की जांच भी सीओ कर रहे थे।मरने से एक दिन पहले पत्नी और भाई को फोन कर दीपक ने कहा था कि जांच में तीनो फसेगे।वैसे तीनो लोगो का रवैया ठीक नही लग रहा है।इस वार्ता के अगली सुबह आत्महत्या की खबर से परिजन सन्न रह गए।यही वजह है कि इस घटना को हत्या मान रहे है।
शहीद सैनिक सम्मान न मिलने से आहत है परिजन व गांव के लोग…..
दीपक के शव को शहीद सैनिक का सम्मान यूनिट द्वारा उपलब्ध न किए जाने से ग्रामीणो के साथ ही परिजन आहत है।
आत्महत्या के केस में केवल शव घर भेजने का नियम के तहत एंबुलेंस से भेजा गया।हालाकि ताबूत पर तिरंगा लगाया गया था।किंतु गार्ड आफ आनर की व्यवस्था न तो यूनिट के तरफ से की गयी थी।